कैसरगंज रेंज के मंझारा तौकली गांव में भेड़िए के हमले में मारे गए और घायल हुए परिवारों से शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की. उन्होंने पीड़ितों के साथ सहानुभूति जताई और दुःख बांटकर सांत्वना दी. मृतक परिजनों को पांच लाख रुपये और घायल परिवार को पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया गया. मुख्यमंत्री के वहां पहुंचने से पहले हवाई सर्वेक्षण में उन्होंने भेड़िये भी देखे.
मंच पर मुख्यमंत्री ने वन विभाग को भेड़िया पकड़ने के कड़े निर्देश दिए. साथ ही कहा गया कि यदि भेड़िया पकड़ में नहीं आते तो उन्हें शूट ऑन साइट किया जाएगा. यह बयान सुनते ही उपस्थित लोगों ने तालियों से समर्थन जताया और वहां का वातावरण गूंज उठा.
कैसरगंज रेंज के गांधीगंज गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंझारा तौकली में पिछले 15-20 दिनों से लगातार डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। उन्होंने स्थिति की गंभीरता बताते हुए कहा कि इसे जल्द नियंत्रित करना आवश्यक है ताकि लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम रोजगार सेवक, सफाई कर्मचारी, ग्राम पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी और ग्राम चौकीदार की मदद से गांवों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है और वन्यजीवों से बचाव के उपाय किए जा रहे हैं।
वन विभाग की छह टीमों के अलावा कई और टीमें भी मौके पर लगी हैं। इसके बावजूद चार मासूम बच्चों की मौत हो गई और अब तक 16 लोग भेड़िये के हमले में घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के नाम भी बताए और बताया कि लगातार एक ही गांव में भेड़िये ने हमला किया है।
मृतक बच्चों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये और पक्का मकान देने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए हैं। जिनके पास मकान हैं और दरवाजा नहीं है, उन्हें दरवाजा लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। घायलों को एंटी वेनम वैक्सीन लगवाने और शौचालय बनाने के भी आदेश दिए गए हैं ताकि रैबीज न फैले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि भेड़िया पकड़ में न आए तो उसे शूट एट साइट कर दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका वहां आना केवल संवेदना व्यक्त करने के लिए था।