Operation Sindoor: गोरखपुर में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर लोगों में भारी उत्साह था। शहर की गलियों में ढोल की आवाज गूंज रही थी और लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ खिला रहे थे और खुशी के साथ नाच रहे थे। यह उत्सव सेना की बहादुरी का सम्मान था और शांति और सुरक्षा की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का संदेश था।
सेना की बहादुरी की सराहना
गोरखपुर के लोग भारतीय सेना की रणनीति और साहस की सराहना कर रहे थे। उन्होंने इसे ऐतिहासिक ऑपरेशन बताया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल देश की सुरक्षा को मजबूत करने में सफल रहा बल्कि इसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की शक्ति और संकल्प को भी साबित किया।
इस अवसर पर गोरखपुर के विभिन्न क्षेत्रों में लोग एकत्रित हुए और सामूहिक रूप से ढोल बजाए। युवा और वृद्ध एक साथ ढोल की थाप पर नाच रहे थे और देशभक्ति के गीत गा रहे थे। लोग कहते थे कि ऑपरेशन सिंदूर उन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
आतंकीवाद के खिलाफ जीत का प्रतीक
गोरखपुर के लोग इस ऑपरेशन को केवल आतंकवाद के खिलाफ जीत के रूप में नहीं देख रहे थे बल्कि इसे देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के रूप में भी देख रहे थे। यहां के लोगों ने कहा कि भारतीय सेना ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि देश की सुरक्षा से समझौता नहीं होगा।
गोरखपुर में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर लोगों का कहना था कि इसने न केवल देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है बल्कि दुनिया को यह भी दिखाया है कि भारतीय सेना किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है। यह ऑपरेशन देश की संप्रभुता की रक्षा का एक मजबूत उदाहरण था।