Gorakhpur News: गोरखपुर के गोरखनाथ क्षेत्र के सुभाष चंद्र बोस नगर कॉलोनी में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब एक युवक ने पारिवारिक कलह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम सुमित चौरसिया बताया गया है जिसकी उम्र 40 साल थी। सुमित ने अपने घर के हॉल में प्लास्टिक की रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी। घटना के वक्त उसकी पत्नी राखी अपने मायके में थी और उसके साथ उसकी दो बेटियां भी थीं जिनकी उम्र ढाई साल और छह महीने है। सुबह जब सुमित की मां और भाई ने उसकी लाश देखी तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
भावुक सुसाइड नोट ने खोले राज
पुलिस को मौके पर एक पेज का इमोशनल सुसाइड नोट मिला है जिसमें सुमित ने अपनी पत्नी और सास को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उसने लिखा है कि मां मुझे माफ करना अब सहन नहीं हो रहा। मैं अपनी पत्नी और सास के तानों से परेशान हो गया हूं। सुमित ने अपने पत्र में यह भी स्वीकार किया कि उसने जीवनसाथी चुनने में गलती कर दी थी और अब उसका जीवन समाप्त हो रहा है। सुसाइड नोट पढ़कर परिवार के लोगों और पुलिस अधिकारियों की आंखें भी भर आईं।
सुमित पहले अपने घर में एक मैरिज हॉल चलाते थे लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने हॉल बंद कर दिया और घर तथा गोदाम को किराए पर देकर घर का खर्च चलाने लगे थे। पिता ईश्वर चंद की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी जिसके बाद सुमित अपनी मां छोटे भाई पत्नी और बच्चों के साथ घर के दूसरे मंजिल पर रह रहा था। आर्थिक परेशानियों के बीच जब घरेलू कलह बढ़ती गई तो सुमित का मानसिक संतुलन भी कमजोर होता चला गया। आसपास के लोग बताते हैं कि वह कुछ दिनों से बेहद चुपचाप और तनाव में रहने लगा था।
बेटियों के भविष्य की चिंता
सुसाइड नोट में सुमित ने अपनी दो बेटियों के भविष्य को लेकर भी चिंता जताई है। उसने लिखा कि बेटियों की शादी धूमधाम से करवाई जाए और इस जिम्मेदारी को उसने अपने छोटे भाई को सौंपा है। इसके अलावा सुसाइड नोट में पैसों के लेनदेन और हिसाब किताब का भी जिक्र किया गया है ताकि आगे किसी प्रकार की कानूनी या पारिवारिक उलझन न हो। सुमित का यह कदम पूरे परिवार को झकझोर कर रख गया है और इलाके में भी शोक का माहौल है।
घटना की सूचना मिलते ही गोरखनाथ थाने की पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पत्नी राखी और उसकी मां से भी पूछताछ की जा रही है ताकि सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों की सच्चाई सामने आ सके। पुलिस अधिकारी यह भी देख रहे हैं कि कहीं मामला घरेलू हिंसा का तो नहीं था या फिर आर्थिक दबाव ने भी इसमें भूमिका निभाई। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।