Gorakhpur Airport पर शनिवार को यात्रियों को उड़ानों में देरी का सामना करना पड़ा। मुंबई से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट जो शाम 5:05 बजे पहुंचने वाली थी, वह एक घंटे 15 मिनट तक टैक्सीवे पर रुकी रही। इसके कारण लगभग 220 यात्री विमान में फंसे रहे।
इस देरी के कारण टर्मिनल में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई और एक तरह से अफरातफरी मच गई। हंगामे का माहौल था और एयरपोर्ट प्रशासन को यात्रियों को समझाने में काफी मेहनत करनी पड़ी। हालांकि किसी तरह स्थिति को संभाल लिया गया। अकासा एयरलाइंस के यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। बेंगलुरु से आने वाली फ्लाइट और दिल्ली जाने वाली फ्लाइट दोनों रद्द हो गईं। इसके अलावा, स्पाइसजेट की मुंबई जाने वाली फ्लाइट को रात में विशेष अनुमति लेकर उड़ाया गया क्योंकि सामान्यत: रात 9 बजे के बाद कोई फ्लाइट नहीं होती।
इंडिगो और अन्य फ्लाइटों की लगातार देरी और रद्दीकरण ने यात्रियों को परेशान कर दिया। कुछ यात्री छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ थे, जिन्हें कई घंटों तक टर्मिनल में बैठने की जगह भी नहीं मिल पाई। यह यात्रा उनके लिए बेहद कष्टप्रद रही।
गोरखपुर एयरपोर्ट पर पार्किंग की समस्या भी एक बड़ा कारण थी। एक ही समय में केवल एक बड़ी फ्लाइट को ही अप्रोन पर खड़ा किया जा सकता था। यही कारण था कि अन्य फ्लाइटों को टैक्सीवे पर रोककर खड़ा किया गया, जिससे यात्रियों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ा।