Om Prakash Rajbhar News: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने संभल हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस हिंसा को मुस्लिमों की दो जातियों के बीच संघर्ष बताया। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा की कुंडरकी सीट पर जीत के बाद मुस्लिमों के बीच दो जातियों में बंटवारा हो गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी (SP) के समर्थक उन मुस्लिमों से नाराज हैं जिन्होंने यूपी उपचुनाव में भाजपा को वोट दिया, जिसके कारण यह विवाद हुआ।
संभल हिंसा: मुस्लिम जातियों के बीच संघर्ष
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि संभल हिंसा को लेकर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह गलत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह हिंसा दो मुस्लिम जातियों, पठान और सैयद के बीच हुई है। राजभर ने कहा कि जब भाजपा ने कुंडरकी सीट पर बड़ी जीत हासिल की, तो मुस्लिम समाज के भीतर यह विवाद शुरू हो गया। एक पक्ष भाजपा को वोट देने के पक्ष में था जबकि दूसरा पक्ष इसका विरोध कर रहा था। इसी बंटवारे के कारण हिंसा का माहौल बना।
बुलंदशहर में हिंसा के बाद विरोध जताया
राजभर ने कहा कि जो लोग पुलिस पर आरोप लगा रहे थे, जिन्होंने वहां पुलिस द्वारा हिंसा का विरोध करते देखा, उन्हें इस हिंसा के दौरान पुलिस की तस्वीरें क्यों नहीं खींची। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा मुस्लिम समाज के अंदर जातीय संघर्ष का है, जिसमें एक पक्ष शिक्षा की ओर अग्रसर होना चाहता है और दूसरा पक्ष इसका विरोध करता है।
2022 में चुनाव और प्रधानमंत्री से बातचीत
राजभर ने 2022 के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन को भी याद किया। उन्होंने कहा कि जब उनकी पार्टी ने कुछ और दलों के साथ चुनाव लड़ा था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उनकी ताकत का एहसास हुआ और उन्होंने उनसे संपर्क किया। राजभर ने यह भी दावा किया कि भाजपा का समर्थन करने के कारण अब मुस्लिम समाज के अंदर संघर्ष बढ़ गया है।
संभल हिंसा: शाही जामा मस्जिद सर्वे के बाद हिंसा का भड़कना
यह हिंसा रविवार को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद भड़की थी। इसके बाद पुलिस टीम पर पथराव किया गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस हिंसा में चार लोग मारे गए और कई लोग घायल हुए। पुलिस ने इस मामले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
संभल हिंसा और ओमप्रकाश राजभर के बयान ने एक बार फिर राज्य और देश में धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों पर बहस को जन्म दिया है। इस हिंसा के कारण उभरे जातीय संघर्ष के आरोपों ने पूरे मामले को और जटिल बना दिया है। राजभर का बयान इस मामले को और भी राजनैतिक रंग दे रहा है।