Gorakhpur news: गोरखपुर का औद्योगिक क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन का गवाह बना है। जहां कुछ साल पहले तक यहां उद्योगों की ओर रुचि कम थी, वहीं अब गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में औद्योगिक भूखंडों के लिए एक लंबी कतार नजर आती है। पिछले पांच वर्षों में GIDA ने 333 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन किया है, जो लगभग 297 एकड़ क्षेत्र में फैले हुए हैं। इन भूखंडों पर देश की कई प्रसिद्ध यूनिट्स और स्थानीय उद्यमियों द्वारा कारख़ानों की स्थापना की गई है।
गोरखपुर औद्योगिक क्षेत्र में विस्तार
गोरखपुर में औद्योगिक क्षेत्र का विकास अब एक नई दिशा में बढ़ रहा है। GIDA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अनुज मलिक ने बताया कि इस वर्ष कुल 67 एकड़ भूमि पर 85 नए भूखंडों का आवंटन किया गया है। इन 85 भूखंडों से लगभग 1068 करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है, जिससे करीब 4658 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 नवंबर को GIDA के स्थापना दिवस पर इन नए भूखंडों के आवंटन प्रमाण पत्र वितरित करेंगे, जिनमें से पांच बड़े निवेशकों को मुख्यमंत्री स्वयं आवंटन प्रमाण पत्र देंगे।
मुख्य निवेशक और उनका निवेश
इस वर्ष के पांच प्रमुख निवेशकों ने जो निवेश प्रस्तावित किया है, उनमें APL Apollo Tubes द्वारा 320 करोड़ रुपये, Greentech Bharat द्वारा 220 करोड़ रुपये, Veradhar Oak & Spirits द्वारा 80 करोड़ रुपये, Essen Coolers द्वारा 62 करोड़ रुपये और VRS Foods द्वारा 52 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। ये निवेशक उद्योगों की स्थापना करेंगे, जो न केवल गोरखपुर बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर पैदा करेंगे।
मुख्यमंत्री द्वारा औद्योगिक परियोजनाओं का उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही गोरखपुर में कई बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। इनमें से कुछ प्रमुख परियोजनाएं हैं:
- अंकुर इंडस्ट्रीज का स्टील बार प्लांट, जिसमें 550 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
- PepsiCo जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी का प्लांट, जिसमें 1100 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
- ज्ञान डेयरी की यूनिट, जिसमें 118 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
- Tatva Plastics की पाइप फैक्ट्री, जो जल जीवन मिशन के लिए आपूर्ति करती है, इसमें 110 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
GIDA के स्थापना दिवस की तैयारी
GIDA के स्थापना दिवस समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। यहां 150 स्टॉल्स के लिए टेंट लगाए जा रहे हैं, जिनमें व्यापारिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के आगमन के लिए हेलिपैड भी तैयार किया गया है। इन तैयारियों के तहत उद्योगों और व्यापारियों के लिए विभिन्न सत्रों का आयोजन भी किया जाएगा। 30 नवंबर को इस कार्यक्रम में उद्योगों से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाकर उनके अनुभव साझा किए जाएंगे।
कार्यशालाएं और सत्र
GIDA के स्थापना दिवस के दूसरे दिन, यानी 1 दिसंबर को चार महत्वपूर्ण सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें उद्योगों को प्रौद्योगिकी, वित्त, और विपणन से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। पहला सत्र ICICI बैंक द्वारा आयोजित होगा, जिसमें उद्यमियों को साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए जाएंगे। दूसरे सत्र में CA गौरव अग्रवाल द्वारा उद्योगों के लिए सरल लोन की जानकारी दी जाएगी। तीसरे सत्र में MSME और एक्सपोर्ट प्रमोशन विभाग द्वारा ‘बायर सेलर मीट’ आयोजित किया जाएगा, जिसमें उत्पादक और खरीदार एक मंच पर आकर व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेंगे। चौथे सत्र में ऑनलाइन विपणन पर राहुल गुप्ता और उनकी टीम द्वारा जानकारी दी जाएगी, जिसमें यह सिखाया जाएगा कि कैसे Flipkart, Amazon जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर व्यवसाय किया जाए।
GIDA में नए औद्योगिक भूखंडों का आवंटन
गोरखपुर में औद्योगिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया में भी तेजी आई है। हाल ही में 33 लोगों ने GIDA के तहत 113 औद्योगिक भूखंडों के लिए साक्षात्कार दिया। इन भूखंडों पर विभिन्न उद्योगों की स्थापना की जाएगी, जो गोरखपुर के औद्योगिक परिदृश्य को और भी सशक्त बनाएंगे। इन साक्षात्कारों के बाद, आवंटन पत्र तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने हाथों से वितरण करेंगे। इसके बाद उद्योगों की निर्माण प्रक्रिया शुरू होगी।
GIDA का भविष्य और राज्य की अर्थव्यवस्था
GIDA का औद्योगिक विकास गोरखपुर और राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है। इस क्षेत्र में उद्योगों के आगमन से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। गोरखपुर में स्थापित होने वाले उद्योगों से राज्य को उद्योगिक विकास के एक नए आयाम की प्राप्ति होगी। GIDA द्वारा किए जा रहे औद्योगिक विकास के इस कार्य से गोरखपुर अब औद्योगिक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
गोरखपुर में औद्योगिक विकास के इस कदम से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि गोरखपुर क्षेत्र के उद्यमियों और किसानों के लिए भी नए अवसर खुलेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर अब एक नए औद्योगिक क्षेत्र के रूप में स्थापित हो रहा है, जो देश भर में आकर्षण का केंद्र बन सकता है। GIDA के विकास कार्यों और नए निवेश से गोरखपुर का औद्योगिक परिदृश्य बदलने के साथ-साथ राज्य को भी आर्थिक दृष्टि से समृद्ध करेगा।