Gorakhpur news: महाकुंभ का आयोजन हर 12 वर्ष में एक बार होता है, और यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। विशेष रूप से पूर्वांचल के लोग प्रयागराज में होने वाले इस मेले में भाग लेने के लिए ट्रेन से यात्रा करते हैं। दिवाली और छठ पूजा के बाद, उत्तर-पूर्व रेलवे (NER) अब जनवरी में होने वाले महाकुंभ के लिए अपनी तैयारियों में जुट गया है। इस बार प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन के लिए 156 जोड़ी विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है, जिनमें से 15 जोड़ी ट्रेनें गोरखपुर स्टेशन से चलेंगी।
महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें: मुख्य मार्गों पर ध्यान केंद्रित
प्रयागराज में जनवरी में महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अनुमानित रूप से 10 लाख से अधिक श्रद्धालु भाग लेंगे। खासकर, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग इस आयोजन में शामिल होने के लिए प्रयागराज आएंगे। ऐसे में NER ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “अब तक की तैयारियों के अनुसार, महाकुंभ के दौरान 156 जोड़ी विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी।”
यदि भीड़ बढ़ती है, तो कुछ समयांतराल पर अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की योजना भी बनाई गई है। प्रयागराज में दो NER स्टेशन, रामबाग और झूंसी, हैं जहां अतिरिक्त काउंटर, प्लेटफॉर्म और अन्य सुविधाओं जैसे प्रतीक्षालय, पीने का पानी, शौचालय, सफाई आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
गोरखपुर से विशेष ट्रेनें
गोरखपुर स्टेशन से महाकुंभ के लिए कुल 15 जोड़ी ट्रेनें चलेंगी। इन ट्रेनों का मार्ग गोरखपुर से वाराणसी और गोरखपुर से अयोध्या के बीच होगा। सबसे अधिक ट्रेनें गोरखपुर-वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर चलने की संभावना है। इसके अलावा, प्रयागराज आने वाली अन्य प्रमुख ट्रेनें भी नियमित रूप से चलती रहेंगी, जिनमें वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है।
गोरखपुर से वाराणसी और प्रयागराज के बीच दोहरीकरण कार्य
गोरखपुर और प्रयागराज के बीच ट्रेनों की सुगम आवाजाही के लिए वाराणसी से भटनी जंक्शन तक दोहरीकरण कार्य चल रहा है। इस कार्य को पहले मार्च तक पूरा किया जाना था, लेकिन अब NER ने इसे 31 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है, ताकि महाकुंभ से पहले यह तैयार हो सके। इसके लिए उन खंडों पर तेजी से काम किया जा रहा है, जिन पर पहले काम रुका हुआ था।
महाकुंभ के लिए NER की विशेष तैयारियाँ
NER के CPRO पंकज कुमार सिंह ने कहा, “महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए सभी शेष कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। सभी व्यवस्थाएँ इस प्रकार की जा रही हैं कि श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी न हो।” महाकुंभ के लिए ट्रेनों के संचालन की विशेष योजना के तहत गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज जैसे प्रमुख स्टेशनों पर अतिरिक्त प्रतीक्षालय का निर्माण किया जाएगा।
प्रयागराज और अन्य प्रमुख स्टेशनों की तैयारियाँ
प्रयागराज में रामबाग और झूंसी के अलावा गोरखपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर भी महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की जाएंगी। इन स्टेशनों पर अतिरिक्त प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे और सभी यात्री सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा, शौचालय, पानी, सफाई, और अन्य सुविधाएँ भी सुनिश्चित की जाएंगी ताकि श्रद्धालु को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
महाकुंभ में यात्रा का अनुभव
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु नदियों में स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं। इसलिए, रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ के आयोजन के लिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में विशेष तैयारियाँ की हैं। अतिरिक्त ट्रेनें चलाने से श्रद्धालुओं को यात्रा में आसानी होगी, साथ ही रेलवे अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हर स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं की कोई कमी न हो।
प्रयागराज में सुरक्षा और सुविधाएँ
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया जाएगा। रेलवे प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर सजग रहेगा। इसके अलावा, ट्रेनों में स्वास्थ्य सेवाएं, पुलिस सुरक्षा और स्वच्छता के लिए भी विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
महाकुंभ के आयोजन में इस बार NER ने विशेष ट्रेनों की बड़ी संख्या में व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। गोरखपुर से प्रयागराज तक ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जाएगा, और साथ ही दोहरीकरण कार्य भी प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि महाकुंभ के दौरान यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इस प्रकार, महाकुंभ में यात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएँ बेहतर और सुगम बनाने के लिए NER ने विशेष प्रयास किए हैं।