Gorakhpur DDU: ‘स्मार्ट’ पोर्टल पर पंजीकरण में समस्या, 65 हजार छात्रों का पंजीकरण नहीं हुआ, तिथि बढ़ाने पर विचार

Gorakhpur DDU: 'स्मार्ट' पोर्टल पर पंजीकरण में समस्या, 65 हजार छात्रों का पंजीकरण नहीं हुआ, तिथि बढ़ाने पर विचार

Gorakhpur DDU: 14 नवम्बर तक के लिए निर्धारित ‘स्मार्ट’ पोर्टल पर पंजीकरण की आखिरी तिथि के करीब आते ही, देवरिया उपाध्याय विश्वविद्यालय (DDU) और उसके संबद्ध कॉलेजों के छात्रों के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। पोर्टल की सर्वर समस्या के कारण, 12 नवम्बर की शाम से छात्रों का पंजीकरण रुक गया है, जिससे अब तक लगभग 65 हजार छात्रों का पंजीकरण पूरा नहीं हो सका है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मुद्दे को लेकर चिंतित है और अब तिथि बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही, परीक्षा की तिथियां भी संशोधित हो सकती हैं, और संभवत: 25 नवम्बर के बजाय 28 नवम्बर से परीक्षा शुरू हो सकती है।

‘स्मार्ट’ पोर्टल पर पंजीकरण क्यों है जरूरी?

केंद्रीय सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘स्मार्ट’ पोर्टल पर पंजीकरण हर छात्र के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत छात्रों के सारे रिकॉर्ड और डेटा को एक जगह संग्रहित किया जाता है, ताकि सरकार और विश्वविद्यालयों को छात्रों की जानकारी आसानी से मिल सके। यह पोर्टल विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए एक अनिवार्य प्रणाली बन चुकी है।

देवरिया उपाध्याय विश्वविद्यालय प्रशासन ने कई बार पंजीकरण की तिथि बढ़ाई थी, लेकिन तकनीकी कारणों और सर्वर की समस्याओं के कारण, कई छात्रों का पंजीकरण अभी भी लंबित है। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस संकट का समाधान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

Gorakhpur DDU: 'स्मार्ट' पोर्टल पर पंजीकरण में समस्या, 65 हजार छात्रों का पंजीकरण नहीं हुआ, तिथि बढ़ाने पर विचार

क्या है समस्या और कब से शुरू हुआ था पंजीकरण?

पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत पहले अगस्त में हुई थी और इसके बाद कई बार तिथियों को बढ़ाया गया। छात्रों को पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण पूरा करना था, ताकि वे आगामी परीक्षा में शामिल हो सकें। हालांकि, सर्वर डाउन होने के कारण 12 नवम्बर से पंजीकरण प्रक्रिया प्रभावित हुई है, और इसका सीधा असर छात्रों पर पड़ा है।

अब तक 2.65 लाख छात्रों में से लगभग 65 हजार छात्र पंजीकरण से वंचित रह गए हैं। छात्रों की बढ़ती संख्या और विश्वविद्यालयों के प्रयासों के बावजूद यह तकनीकी समस्या हल नहीं हो पाई है, जिससे छात्रों में चिंता और भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

तिथि बढ़ाने पर विचार, परीक्षा की तिथि भी हो सकती है बदली

पंजीकरण की तिथि बढ़ाने के लिए डी.डी.यू. प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है। हाल ही में प्रशासन ने यह भी संकेत दिया कि यदि पंजीकरण समस्या का समाधान जल्द नहीं होता है, तो परीक्षा की तिथि को 28 नवम्बर तक बढ़ा दिया जाएगा।

अभी तक, परीक्षा की तिथि 25 नवम्बर निर्धारित की गई थी, लेकिन सरकारी कार्यक्रमों और विभिन्न आयोजनों के कारण अब परीक्षा 28 नवम्बर से शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए समय सारणी का मसौदा तैयार किया जा रहा है, जो अगले एक या दो दिनों में सार्वजनिक किया जाएगा।

कॉलेजों का यह भी था अनुरोध:

गोरखपुर के कॉलेजों ने प्रशासन से यह अनुरोध किया था कि वे यह सुविधा प्रदान करें कि कॉलेज यह देख सकें कि कौन से छात्र पंजीकरण कर चुके हैं। इस सुविधा को आज शुरू कर दिया गया है, जिससे कॉलेजों को यह जानकारी मिल सकेगी कि किस छात्र ने पंजीकरण पूरा किया और किसका पंजीकरण अभी बाकी है।

कॉलेजों के कर्मचारियों और छात्रों के बीच अब इस मुद्दे पर भ्रम और चिंता का माहौल बना हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि पंजीकरण प्रक्रिया जल्द ही सुचारु हो जाएगी।

क्या कहती हैं यूनिवर्सिटी की उपकुलपति?

देवरिया उपाध्याय विश्वविद्यालय की उपकुलपति प्रोफेसर पूनम तंनडन ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा, “हम पूरी तरह से प्रयासरत हैं ताकि पंजीकरण प्रक्रिया को शीघ्र पूरी किया जा सके। कॉलेजों को पंजीकरण की स्थिति देखने की सुविधा दी जा चुकी है, और अगले दिन से पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी आएगी। परीक्षा की तिथि को लेकर समय सारणी तैयार की जा रही है और यह अगले कुछ दिनों में जारी कर दी जाएगी।”

उन्होंने यह भी कहा कि 28 नवम्बर से परीक्षा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

छात्रों की परेशानी:

इस पंजीकरण प्रक्रिया में ढिलाई और तकनीकी समस्याएं छात्रों के लिए तनावपूर्ण बन गई हैं। जिन छात्रों का पंजीकरण नहीं हुआ है, वे परीक्षा में शामिल होने के बारे में अनिश्चित हैं। कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी परेशानियों को साझा किया है, और उनका कहना है कि उन्हें समय रहते इस समस्या का समाधान चाहिए।

छात्रों का कहना है कि यदि पंजीकरण प्रक्रिया में देरी होती है तो उनकी पढ़ाई और भविष्य पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि पंजीकरण प्रक्रिया में बाधाओं को जल्द से जल्द दूर किया जाए ताकि वे अपनी आगामी परीक्षा की तैयारी कर सकें।

कॉलेज कर्मचारियों की चिंता:

कॉलेज कर्मचारियों की भी स्थिति छात्रों से बेहतर नहीं है। पंजीकरण के लिए लगातार छात्रों को मार्गदर्शन देने के बावजूद, सर्वर डाउन होने के कारण कर्मचारियों को भी किसी प्रकार का समर्थन नहीं मिल पा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें तकनीकी समस्याओं से जूझने के बजाय छात्रों के पंजीकरण को लेकर ज्यादा काम करना पड़ रहा है, जो उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।

आगे का रास्ता:

प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में पंजीकरण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही, अगर आवश्यकता पड़ी तो तिथि बढ़ाई जाएगी ताकि किसी छात्र को परेशानी का सामना न करना पड़े।

इस दौरान, छात्रों से अपील की गई है कि वे पंजीकरण के लिए अंतिम समय तक इंतजार न करें और समय रहते अपनी प्रक्रिया पूरी कर लें। साथ ही, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि वे तकनीकी समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं ताकि छात्रों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो।

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