UP Assembly Security: UP विधानसभा में चौबीसों घंटे सुरक्षा निगरानी, 156 पुलिसकर्मी तैनात

UP Assembly Security: UP विधानसभा में चौबीसों घंटे सुरक्षा निगरानी, 156 पुलिसकर्मी तैनात

UP Assembly Security: उत्तर प्रदेश विधानसभा की सुरक्षा में अब पहले से कहीं अधिक कड़ी निगरानी रखी जाएगी। हाल ही में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विधानसभा और राजभवन के आस-पास आत्मदाह की घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सिंह के निर्देश पर सुरक्षा प्रबंधों को इस प्रकार से सख्त किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।

सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के कारण

पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश विधानसभा और राजभवन के पास आत्मदाह की घटनाएं बढ़ गई थीं। इन घटनाओं में लोग विभिन्न जिलों से आकर प्रदर्शन करते हुए आत्मदाह का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, अधिकांश घटनाओं में सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते कार्रवाई की और इन लोगों की जान बचाई, लेकिन दो मामलों में व्यक्ति की मौत भी हो गई। इन घटनाओं ने पुलिस और प्रशासन के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर पुनः विचार करने का अवसर प्रदान किया।

इन घटनाओं के मद्देनजर पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने का निर्देश दिया। इसके तहत विधानसभा और राजभवन के पास सुरक्षा इंतजामों में बदलाव किए गए और अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इस फैसले के बाद अब विधानसभा परिसर और उसके आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।

चार ज़ोन में बटी सुरक्षा व्यवस्था

नए सुरक्षा इंतजाम के तहत विधानसभा परिसर को चार ज़ोन में बांटा गया है। इन चार क्षेत्रों में विधानसभा भवन, राजभवन, गोल्फ क्लब स्क्वायर और गौतमपल्ली शामिल हैं। प्रत्येक ज़ोन में विशेष सुरक्षा अधिकारी तैनात किए गए हैं। इस व्यवस्था के तहत कुल 156 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो विभिन्न शिफ्टों में 24 घंटे सुरक्षा की निगरानी करेंगे।

UP Assembly Security: UP विधानसभा में चौबीसों घंटे सुरक्षा निगरानी, 156 पुलिसकर्मी तैनात

सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों में एक इंस्पेक्टर, 12 सब-इंस्पेक्टर, 117 कांस्टेबल और 24 महिला कांस्टेबल शामिल हैं। इसके अलावा, दो महिला कांस्टेबल plain clothes में भी तैनात की जाएंगी, ताकि किसी भी व्यक्ति द्वारा आत्मदाह की कोशिश की स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया की जा सके। पुलिसकर्मी किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार रहेंगे और किसी भी मामले में तुरंत उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे।

फायर इक्विपमेंट और बाइक्स की तैनाती

सुरक्षा व्यवस्था के और भी कई महत्वपूर्ण पहलू हैं। पुलिसकर्मियों को फायर इक्विपमेंट और बाइक्स भी प्रदान की गई हैं, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में राहत कार्य तेजी से शुरू किया जा सके। यदि कोई आत्मदाह करने का प्रयास करता है, तो पुलिसकर्मी उसे तत्काल रोकेगा और घटनास्थल पर मौजूद सुपरवाइज़री अधिकारी तुरंत एसपी से संपर्क कर रिपोर्ट तैयार कर संबंधित अधिकारियों को भेजेगा। इसके अलावा, अन्य जिलों से आ रही चेतावनियों पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने का उद्देश्य

यह कड़ा कदम विधानसभा और राजभवन परिसर की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए उठाया गया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके। राज्य में लगातार बढ़ते आत्मदाह के प्रयासों ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया है कि ऐसे किसी भी असामान्य घटना को समय रहते टाला जा सके।

सुरक्षा के इन नए प्रबंधों से विधानसभा और राजभवन के आसपास की स्थिति को बेहतर बनाया जाएगा और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से न केवल आत्मदाह की घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि शांति और सुरक्षा की भावना भी बनी रहेगी।

उत्तर प्रदेश विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण पहल है। जब तक सुरक्षा प्रबंध सही नहीं होते, तब तक किसी भी अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है। पुलिस और प्रशासन का यह प्रयास है कि विधानसभा और राजभवन जैसे संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा को और मजबूत किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक को रोका जा सके।

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