Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छठ पूजा के अवसर पर 8 नवंबर को छुट्टी की घोषणा की गई है। लखनऊ, प्रयागराज, और गोरखपुर जैसे प्रमुख जिलों में प्रशासन द्वारा यह आदेश जारी किया गया है। इन जिलों के जिलाधिकारियों ने 6 नवंबर, बुधवार शाम को संबंधित छुट्टी का ऐलान किया। गोरखपुर के जिलाधीकारी ने भी 8 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है। इस छुट्टी के चलते न केवल स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे, बल्कि सरकारी और निजी कार्यालय भी इस दिन बंद रहेंगे।
गोरखपुर में छुट्टी की घोषणा और बदलाव
गोरखपुर के जिलाधीकारी ने पहले 7 नवंबर को छुट्टी घोषित की थी, लेकिन बाद में इसे बदलकर 8 नवंबर कर दिया। इस बदलाव के कारण, गोरखपुर जिले में 8 नवंबर को पूरे दिन के लिए छुट्टी घोषित की गई है। इस दिन, सभी सरकारी दफ्तरों, परिषद स्कूलों, और कॉलेजों में कामकाजी दिन नहीं रहेगा। पहले घोषित छुट्टी के मुकाबले यह बदलाव लोगों के लिए राहत की बात साबित हो रहा है, क्योंकि लोग अब छठ पूजा की तैयारी और अन्य कार्यों में व्यस्त हो सकते हैं।
परिषद स्कूलों में दो दिन की छुट्टी
गोरखपुर के परिषद स्कूलों में 7 नवंबर से पहले ही छुट्टी घोषित की गई थी, लेकिन अब 8 नवंबर को भी छुट्टी घोषित होने से स्कूलों में दो दिन की छुट्टी रहेगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने पहले 7 नवंबर को छुट्टी का आदेश दिया था, और अब जिलाधीकारी के नए आदेश के बाद, स्कूलों के विद्यार्थियों को दो दिन की छुट्टी मिलेगी। यह छात्रों के लिए एक अच्छा मौका है, क्योंकि वे अपने घरों में पूजा की तैयारी में व्यस्त हो सकते हैं।
छठ पूजा के महत्व को देखते हुए छुट्टी की घोषणा
छठ पूजा, विशेषकर उत्तर प्रदेश और बिहार में, बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। यह एक धार्मिक त्योहार है, जिसमें लोग सूर्य देवता की पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए कठिन व्रत रखते हैं। इस त्योहार में मुख्य रूप से महिलाएं भाग लेती हैं, और विशेष रूप से नदी के किनारे पूजा अर्चना की जाती है। चूंकि यह एक पारंपरिक और धार्मिक त्योहार है, इसलिए राज्य सरकार ने लोगों को पूजा की तैयारी के लिए समय देने के उद्देश्य से यह छुट्टी घोषित की है।
प्रशासन द्वारा छुट्टी के लिए उपाय
प्रशासन ने इस छुट्टी को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां की हैं ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी के अलावा, सरकारी दफ्तरों में भी छुट्टी घोषित करने का उद्देश्य यह है कि लोग छठ पूजा के दौरान अपने परिवार के साथ समय बिता सकें और पूजा की तैयारियों में व्यस्त हो सकें।
इसके अतिरिक्त, प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की गई है कि वे छठ पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की असुरक्षा या भीड़-भाड़ से बचें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। विशेष रूप से नदी किनारे पूजा अर्चना करते समय सुरक्षा मानकों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों ने प्रशासन द्वारा 8 नवंबर को छुट्टी घोषित करने पर खुशी जताई है। छठ पूजा के मौके पर उन्हें अपने घरों में समय बिताने का मौका मिलेगा, और वे पूजा की पूरी तैयारी कर सकेंगे। वहीं, विद्यालयों और कार्यालयों में छुट्टी होने से उन कर्मचारियों और छात्रों को भी राहत मिलेगी, जो इस दिन को परिवार के साथ मनाना चाहते हैं।
गोरखपुर जिले के नागरिकों का कहना है कि पहले 7 नवंबर की छुट्टी से वह खुश नहीं थे, क्योंकि त्योहार के दिन उन्हें कार्यों में व्यस्त रहना पड़ता था, लेकिन अब 8 नवंबर को छुट्टी घोषित होने के बाद उन्हें पूरी छठ पूजा को समर्पित करने का समय मिलेगा।
छठ पूजा के दौरान प्रशासन का ध्यान
राज्य सरकार ने छठ पूजा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पूजा स्थल पर कोई अव्यवस्था न हो और लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। साथ ही, नगर निगम और स्थानीय प्रशासन ने शहर और गांवों में सफाई व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया है ताकि लोग सुरक्षित और साफ-सुथरे माहौल में पूजा कर सकें।
इस छुट्टी की घोषणा से गोरखपुर और अन्य जिलों के नागरिकों को छठ पूजा के समय में राहत मिलेगी और वे इस धार्मिक पर्व को अपने परिवार के साथ पूरी श्रद्धा और धूमधाम से मना सकेंगे। इस बदलाव ने जहां सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में कर्मचारियों और छात्रों को राहत दी है, वहीं छठ पूजा के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता को भी उजागर किया है।
अब लोगों को 8 नवंबर को अपने परिवार के साथ छठ पूजा की पूरी तैयारी करने का पर्याप्त समय मिलेगा, और इस दिन को वे श्रद्धा और उल्लास के साथ मना सकेंगे।