Gorakhpur News: गोरखपुर में 45.40 लाख की चोरी का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, पूर्व कर्मचारी बना ‘विभीषण’

Gorakhpur News: गोरखपुर में 45.40 लाख की चोरी का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, पूर्व कर्मचारी बना 'विभीषण'

Gorakhpur News: गोरखपुर में खाटू श्याम एंटरप्राइजेज के गोदाम से 45.40 लाख रुपये, सोने-चांदी के सिक्के और अन्य सामान की चोरी की घटना का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक मुख्य आरोपी सुलतान उर्फ राजू है। सुलतान को रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में इतिहासिक अपराधों के लिए जाना जाता है। यह चोरी पूर्व कर्मचारी की सूचना पर हुई थी, जिसने आरोपियों को गोदाम में पैसे के बारे में जानकारी दी थी।

चोरी की घटना

पुलिस के अनुसार, खाटू श्याम एंटरप्राइजेज का गोदाम दुर्गाबाड़ी में स्थित है। कंपनी के साझेदार अविरल मोदी ने 22 अक्टूबर को कोतवाली पुलिस को सूचित किया था कि गोदाम में तीन दिनों की बिक्री के बाद 45.40 लाख रुपये, आठ सोने और 31 चांदी के सिक्के रखे गए थे। 21 अक्टूबर की तड़के तीन बजे, चार चोरों ने शटर का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया और वहां से पैसे और सिक्के लेकर फरार हो गए।

पुलिस कार्रवाई

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया। पुलिस की एक विशेष टीम ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को स्कैन किया और चोरी में इस्तेमाल की गई स्कूटी का मॉडल खोज निकाला। इसके बाद, उन स्कूटियों के 2000 मालिकों की जांच की गई, जो उस मॉडल की थीं। इसी जांच के दौरान, मुख्य आरोपी सुलतान का नाम सामने आया।

Gorakhpur News: गोरखपुर में 45.40 लाख की चोरी का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, पूर्व कर्मचारी बना 'विभीषण'

सुलतान ने पूछताछ के दौरान अपने अन्य साथियों के नाम बताए, जिसके बाद राजकुमार उर्फ टिंकू, आदर्श मिश्रा, रामरक्ष उर्फ तेजू और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों से 36.61 लाख रुपये, एक सोने और दो चांदी के सिक्के, एक स्कूटी, बाइक और घटना में प्रयुक्त पांच मोबाइल फोन बरामद किए।

पूर्व कर्मचारी की भूमिका

पुलिस के अनुसार, सुलतान के गिरोह ने चोरी की योजना पूर्व कर्मचारी की मदद से बनाई थी। इस कर्मचारी को कुछ महीने पहले नौकरी से निकाल दिया गया था, और उसने सुलतान को गोदाम में रखे गए पैसे और सोने-चांदी के सिक्कों के बारे में जानकारी दी। इस पूर्व कर्मचारी की सूचना पर सुलतान और उसके साथियों ने चोरी की योजना बनाई।

घटना के पीछे की योजना

पुलिस जांच में सामने आया कि सुलतान ने अपने साथियों को चोरी की योजना बनाने के लिए इकट्ठा किया था। एक दिन पहले भी चोरी की कोशिश की गई थी, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद, 21 अक्टूबर को वे पूरी तैयारी के साथ फिर से आए और चोरी को अंजाम दिया। सुलतान पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और वह नेपाल में भी एक डकैती के मामले में वांछित है।

पुलिस का बयान

गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. गौरव ग्रोवर ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खोला जाएगा और उनकी संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। SSP ने इस मामले में पुलिस टीम को 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है जो चोरी के खुलासे में मददगार रही।

भविष्य की योजना

पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गोदाम में पैसे के मौजूद होने की जानकारी अन्य लोगों को किसने दी। इस जांच में पुलिस ने सात टीमें बनाई हैं, जो मामले के सभी पहलुओं की छानबीन कर रही हैं। सुलतान और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसे आपराधिक मामलों की पुनरावृत्ति न हो।

गोरखपुर में हुई इस बड़ी चोरी ने न केवल स्थानीय व्यवसायियों को चिंतित किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुलिस की सतर्कता और तत्परता से कितनी तेजी से ऐसे मामलों का समाधान किया जा सकता है। पुलिस की कार्रवाई से यह भी स्पष्ट है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और ऐसा करने से समाज में सुरक्षा का माहौल बनेगा। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी व्यवसाय के लिए सुरक्षा की व्यवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों से बचा जा सके।

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