UP By-election 2024: AIMIM ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन क्यों नहीं किया? ओवैसी ने दिया जवाब

UP By-election 2024: AIMIM ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन क्यों नहीं किया? ओवैसी ने दिया जवाब

UP By-election 2024: कुंदरकी उपचुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी अपने उम्मीदवारों को PDM गठबंधन के साथ तीन विधानसभा सीटों पर उतारा है। AIMIM के यूपी अध्यक्ष शौकत अली, जो मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर प्रचार के लिए पहुंचे, ने बताया कि उनकी पार्टी ने मुरादाबाद के कुंदरकी, मुजफ्फरनगर के मीरापुर और गाज़ियाबाद शहर की सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जो चुनावी मैदान में मजबूती से खड़े हैं। शौकत अली का मानना है कि इस बार मुस्लिम और दलित वोटर असदुद्दीन ओवैसी के नाम पर AIMIM के उम्मीदवारों को वोट देंगे और उन्हें चुनाव में जीत दिलाएंगे।

आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन पर वार्ता

शौकत अली ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन के लिए बातचीत चल रही थी। PDM के नेताओं के बीच यह तय किया गया था कि AIMIM केवल एक सीट पर चुनाव लड़ेगी और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन इसके बावजूद भी चंद्रशेखर आजाद ने AIMIM के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया। शौकत अली ने कहा कि वे हमें अछूत मानते हैं जबकि मुस्लिम समुदाय उन्हें अछूत नहीं मानता है। उन्होंने कहा कि जब सामंतवादी उन्हें अछूत कहते थे, तब मुस्लिमों ने उनके सबसे बड़े नेता डॉ. भीमराव अंबेडकर को विधानसभा में चुना। हम उनके साथ खाना खाते हैं लेकिन वे हमें अछूत मानते हैं।

समाजवादी पार्टी पर निशाना

शौकत अली ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर पार्टी ने मुस्लिमों का वोट लेकर उन्हें धोखा दिया है। इसलिए अब मुस्लिम केवल अपनी AIMIM के लिए वोट करेंगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव की भाभी अपर्णा भाजपा में हैं, धर्मेंद्र यादव के साले करहल सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं और उनकी बहन भाजपा की जिला पंचायत सदस्य हैं। इसलिए, समाजवादी पार्टी को AIMIM को भाजपा की बी टीम कहने का कोई हक नहीं है।

UP By-election 2024: AIMIM ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन क्यों नहीं किया? ओवैसी ने दिया जवाब

कुंदरकी सीट पर AIMIM का उम्मीदवार

कुंदरकी सीट पर AIMIM ने हाफिज मोहम्मद वारिस को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 11 उम्मीदवार मुस्लिम हैं। AIMIM का मानना है कि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के रामवीर सिंह हैं। कुंदरकी में 13 नवंबर को वोटिंग होगी और AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली इस सीट पर डेरा जमाए हुए हैं। शौकत अली का कहना है कि जिस प्रकार AIMIM के अध्यक्ष संभल में विकास कार्य करवा रहे हैं, उसी प्रकार कुंदरकी में भी हाफिज मोहम्मद वारिस विधायक बनने के बाद विकास कार्य करेंगे।

AIMIM का चुनावी उद्देश्य

AIMIM का कहना है कि उनका उद्देश्य मुस्लिम और दलित वोटरों को एकजुट करना है ताकि उनकी आवाज को सत्ता तक पहुंचाया जा सके। शौकत अली का मानना है कि मुस्लिम और दलित वोटर्स ने हमेशा अन्य पार्टियों के लिए वोट दिया है लेकिन उन पार्टियों ने उनके अधिकारों के लिए कुछ खास नहीं किया। अब समय आ गया है कि ये समुदाय अपने खुद के प्रतिनिधियों को चुने, जो उनकी आवाज़ को प्रबलता से उठा सकें।

PDM गठबंधन में AIMIM की भूमिका

इस बार AIMIM, PDM गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, जिसमें कुछ अन्य दल भी शामिल हैं। हालांकि, चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी ने इस गठबंधन से दूरी बनाए रखी है। AIMIM का मानना है कि मुस्लिम और दलित एकजुट होकर चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने मतों को विभाजित नहीं होने देना चाहिए।

यूपी उपचुनाव में AIMIM और आजाद समाज पार्टी का अलग-अलग चुनाव लड़ना एक महत्वपूर्ण घटना है, खासकर तब जब उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातीय और सांप्रदायिक समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने इस बार कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर यह संदेश देने का प्रयास किया है कि अब मुस्लिम समुदाय को अपनी आवाज को और अधिक मुखर बनाने की आवश्यकता है।

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