Gorakhpur: नकली नोटों का धंधा उजागर, गोरखपुर में पांच आरोपी गिरफ्तार

Gorakhpur: नकली नोटों का धंधा उजागर, गोरखपुर में पांच आरोपी गिरफ्तार

Gorakhpur: गोरखपुर जिले में नकली नोटों की छपाई और उसे बाजार में चलाने की साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस अवैध गतिविधि में लिप्त पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें इस गिरोह का सरगना भी शामिल है। पुलिस को आरोपियों के पास से एक लाख रुपये से अधिक मूल्य के नकली नोट बरामद हुए हैं। इसके साथ ही, पुलिस ने इस काम में उपयोग की जाने वाली सामग्री जैसे लैपटॉप, प्रिंटर और एक एर्टिगा कार भी जब्त की है।

कैसे पकड़ में आए आरोपी?

बेलीपार थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक सफेद एर्टिगा कार को रोकने पर उसमें बैठे पांच आरोपी भागने का प्रयास करने लगे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें समय रहते पकड़ लिया। कार की तलाशी के दौरान, पुलिस को 100 रुपये के 1027 नकली नोट मिले, जिनकी कुल कीमत एक लाख से अधिक थी। इसके अलावा, पुलिस ने 500 रुपये का एक नकली नोट भी बरामद किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इन नकली नोटों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में खर्च करने की योजना बना रहे थे।

Gorakhpur: नकली नोटों का धंधा उजागर, गोरखपुर में पांच आरोपी गिरफ्तार

मुख्य आरोपी और गिरोह की कार्यप्रणाली

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रमुख नाम प्रशांत पांडे, गोलू कन्नौजिया, अमन विश्वकर्मा, आदित्य सिंह और मुस्तफा का है, जो बेलीपार क्षेत्र के निवासी हैं। इस गिरोह का सरगना प्रशांत पांडे है, जिसने नकली नोट छापने के लिए लैपटॉप और प्रिंटर की व्यवस्था की थी। पुलिस को जानकारी मिली है कि यह गिरोह पिछले एक महीने से गोरखपुर के विभिन्न बाजारों में नकली नोट चलाने का काम कर रहा था।

नकली नोट बनाने की सामग्री और स्थान

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर भाऊवापार स्थित एक अस्थायी मकान की तलाशी ली, जहां से नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाले कागज और अन्य उपकरण बरामद हुए। एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस अस्थायी मकान में नकली नोट छापने का पूरा सेटअप बनाया गया था। यह गिरोह छोटे-मोटे बाजारों में नकली नोट चलाकर लोगों को धोखा दे रहा था।

पुलिस की जांच और कड़ी कार्रवाई

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह का संपर्क और किन किन क्षेत्रों तक फैला है। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इन आरोपियों के अन्य शहरों में भी सहयोगी हैं। पुलिस का कहना है कि नकली नोटों का धंधा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को कानून के तहत सजा दिलाई जाएगी।

नकली नोटों से कैसे बचें?

गिरोह के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है। नकली नोटों की पहचान के लिए बैंक द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि वे बड़े नोटों के लेनदेन में सतर्कता बरतें और नकली नोट मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

गोरखपुर पुलिस द्वारा की गई यह बड़ी कार्रवाई न केवल नकली नोटों के धंधे पर अंकुश लगाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी एक अहम कदम है। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से अपराधियों में भय का माहौल बनेगा और भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकेगी।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *