Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 31 अक्टूबर को कुश्मी वन में स्थित वनटांगिया गांव के लोगों के साथ दीपावली मनाने के लिए सीधे वहां पहुंचेंगे। इस दौरान, वह वहां दीप जलाएंगे और लोगों के बीच मिठाइयां तथा उपहार बांटेंगे। इसके अलावा, वह आतिशबाजी में भी भाग लेंगे। उसके बाद, वह गोरखनाथ मंदिर जाएंगे, जहां शाम को दीपोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा दो दिनों का होगा। 1 नवंबर की शाम को, वह गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर में ‘एक दीप शहीदों के नाम’ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर भीम सरोवर में 11 हजार दीप जलाए जाएंगे। इसके साथ ही, मुक्तकाशी मंच पर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए जाएंगे। CM योगी आदित्यनाथ के साथ वनटांगिया गांव के लोगों का विशेष संबंध है।
वनटांगिया गांव की विशेषताएं
वनटांगिया गांव में रहने वाले लोग विशेष समुदाय से हैं, जिन्हें सरकार द्वारा नागरिक अधिकार नहीं दिए गए थे। CM योगी ने सांसद रहते हुए हर दीपावली पर वनटांगिया गांव का दौरा किया है और इस गांव के लोगों को सामान्य नागरिकों के अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई शुरू की थी। 2009 से उन्होंने वनटांगिया समुदाय के साथ दीपोत्सव मनाने की परंपरा शुरू की। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वह इस परंपरा को नहीं भूलते और बच्चों को मिठाइयां, नोटबुक, किताबें और पटाखे उपहार में देते हैं।
दीपोत्सव का महत्व
दीपावली, जो दीपोत्सव के रूप में भी जानी जाती है, अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। यह त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। वनटांगिया गांव में इस दीपोत्सव का आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह समुदाय के लोगों के लिए एक नई उम्मीद और भविष्य की ओर बढ़ने का संकेत है। मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल स्थानीय लोगों के मनोबल को बढ़ाता है, बल्कि समाज में एकजुटता और भाईचारे का संदेश भी फैलाता है।
कार्यक्रम की तैयारियाँ
गोरखनाथ मंदिर परिसर में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियाँ जोरों पर हैं। 11 हजार दीपों को जलाने की योजना तैयार की गई है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, यह आयोजन शहीदों को समर्पित होगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर दीप एक संदेश लेकर आए – शहीदों के बलिदान को याद करना और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना।
CM योगी का विशेष जुड़ाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वनटांगिया गांव के साथ विशेष जुड़ाव है। उन्होंने हमेशा इस गांव के लोगों के अधिकारों की बात की है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है। उनका प्रयास है कि वनटांगिया समुदाय को भी समाज के अन्य वर्गों की तरह समान अधिकार और सुविधाएं मिलें।
वनटांगिया गांव के लोग और उनका संघर्ष
वनटांगिया समुदाय के लोग लंबे समय से अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की पहल ने उन्हें एक नई दिशा दी है। यह समुदाय मुख्य रूप से वनों में निवास करता है और पारंपरिक रूप से कृषि और अन्य वन उत्पादों पर निर्भर है। दीपोत्सव का आयोजन इस समुदाय के लिए एक नया अवसर लेकर आता है, जहां वे अपनी संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाते हैं।
दीपोत्सव के बाद की योजनाएं
दीपोत्सव के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांव के विकास के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसर प्रदान करना शामिल है। उनका लक्ष्य है कि इस समुदाय के लोग भी विकास की धारा में शामिल हो सकें और उन्हें समाज में समानता का अनुभव हो।
वनटांगिया में दीपोत्सव का आयोजन केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक मुहिम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस कार्यक्रम में शामिल होना और वनटांगिया गांव के लोगों के साथ दीपावली मनाना एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस समुदाय को एक नई दिशा प्रदान करता है। दीपोत्सव का यह आयोजन न केवल दीपों के प्रकाश से भरपूर होगा, बल्कि यह उन सभी शहीदों की याद भी दिलाएगा जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी है।
इस दीपावली पर, जब CM योगी आदित्यनाथ वनटांगिया गांव में दीप जलाएंगे, तो यह न केवल एक धार्मिक उत्सव होगा, बल्कि यह समाज में एकता, अखंडता और भाईचारे का प्रतीक भी बनेगा।