Gorakhpur News: शुक्रवार की देर शाम गोरखपुर के राजघाट पुल पर एक चलती कार में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। कार में बैठे लोग जैसे ही धुंआ उठता देखे, उन्होंने तुरंत कार से बाहर निकल कर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरी कार जलकर खाक हो गई। इस घटना के कारण पुल के एक लेन पर दो घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक जाम लगा रहा, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रण में लिया।
घटना का विवरण
राजघाट पुल पर यह घटना शुक्रवार शाम करीब 6:30 बजे घटी। उरुवा थाना क्षेत्र के नारायणपुर के निवासी दिग्विजय चंद्र अपनी कार से दो महिलाओं के साथ रुस्टमपुर की ओर जा रहे थे। कार जैसे ही राजघाट पुल पर पहुंची, उन्होंने महसूस किया कि कार के अंदर से कुछ जलने की गंध आ रही है। संदेह होने पर उन्होंने तुरंत कार को पुल पर रोका और दोनों महिलाओं को कार से नीचे उतारा।
इसके बाद, दिग्विजय ने कार के बोनट से धुंआ उठता देखा और फौरन कार में रखे फायर एक्सटिंग्विशर से आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक आग काफी फैल चुकी थी और उस पर काबू पाना मुश्किल हो गया था। आग की तेज़ लपटों ने कुछ ही देर में पूरी कार को अपनी चपेट में ले लिया।
ट्रैफिक जाम का प्रभाव
कार में आग लगने के बाद राजघाट पुल पर भारी जाम लग गया। पुल के एक लेन पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और ट्रैफिक की गति थम सी गई। करीब दो घंटे तक वाहन धीरे-धीरे सरकते रहे, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। इस दौरान पुल पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई थी, और लोग जाम में फंसे रहे। इस घटना के कारण लोग घंटों तक पुल पर जाम में फंसे रहे और कई लोगों ने समय पर अपनी मंजिल तक पहुंचने की उम्मीद छोड़ दी।
राहगीरों और यात्रियों ने भी इस स्थिति पर आक्रोश जताया। पुल पर जाम लगने के कारण कई लोग इधर-उधर घूमते नजर आए और जाम से बाहर निकलने के लिए वैकल्पिक रास्तों की तलाश करते देखे गए।
पुलिस और ट्रैफिक व्यवस्था
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और ट्रैफिक विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने घटना की जानकारी ली और ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करने के निर्देश दिए। पुलिस की टीम ने तुरंत कार को पुल से हटाने की प्रक्रिया शुरू की ताकि ट्रैफिक को दोबारा सामान्य किया जा सके। कार के हटाने के बाद, धीरे-धीरे वाहनों को निकालने की अनुमति दी गई और ट्रैफिक को फिर से चालू किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लिया और ट्रैफिक को सुचारु रूप से बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। पुलिस के अनुसार, यह जाम कार में आग लगने की वजह से हुआ था और जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और लोगों की प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार में आग लगते ही एक दम तेज़ लपटें उठने लगीं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “कार में आग लगने के कुछ ही मिनटों में पुल पर हर तरफ धुंआ फैल गया था। सभी लोग उस कार को देख रहे थे और वहां एक डर का माहौल बन गया था।”
वहीं, जाम में फंसे लोगों ने इस घटना पर असंतोष व्यक्त किया। एक यात्री ने कहा, “हमने इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं की थी। दो घंटे तक जाम में फंसे रहने से काफी परेशानी हुई। हमें लगा कि हमें जल्द ही आगे बढ़ने दिया जाएगा, लेकिन पुलिस को भी आग बुझाने और कार को हटाने में समय लगा।”
सुरक्षा और सुझाव
घटना के बाद, फायर ब्रिगेड और पुलिस ने सुरक्षा के संबंध में लोगों को आगाह किया। विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि हर किसी को अपनी गाड़ी में फायर एक्सटिंग्विशर रखना चाहिए और समय-समय पर कार की जांच करवानी चाहिए। कई बार छोटी-छोटी तकनीकी गड़बड़ियां बड़ी घटनाओं में बदल जाती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।
पुलिस अधिकारियों ने भी वाहन मालिकों को सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि कोई भी तकनीकी समस्या होने पर तुरंत कार की जांच करवानी चाहिए। इसके साथ ही, उन्हें सुझाव दिया गया कि वे अपनी कार में नियमित तौर पर मेंटेनेंस चेक करवाते रहें ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
राजघाट पुल पर हुए इस हादसे ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी के परिणामों को उजागर कर दिया। इस घटना ने वाहन मालिकों को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि सुरक्षा उपकरण, विशेषकर फायर एक्सटिंग्विशर, का उपयोग हर वाहन में होना चाहिए। साथ ही, ट्रैफिक पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता से स्थिति को नियंत्रण में लिया गया।
इस प्रकार की घटनाएं यह दिखाती हैं कि किस तरह सावधानी और तत्परता से कार्यवाही करके बड़ी घटनाओं से बचा जा सकता है।