Sadhvi Prachi on Lawrence Bishnoi: हिंदू नेता साध्वी प्राची ने हाल ही में मुजफ्फरनगर का दौरा किया, जहां उन्होंने हरिद्वार से पहुंचकर शिव चौक में शिवलिंग की पूजा की। पूजा के बाद, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए सलमान खान को दिए गए लॉरेंस बिश्नोई के कथित खतरे के बारे में अपनी राय दी। साध्वी प्राची ने बिश्नोई को सच्चा गांधीवादी बताते हुए कहा कि वह गांधीजी के कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।
बिश्नोई के प्रति साध्वी प्राची का दृष्टिकोण
साध्वी प्राची ने स्पष्ट किया कि वह किसी अपराधी का समर्थन नहीं कर रही हैं, लेकिन बिश्नोई को सच्चा गांधीवादी मानती हैं। उन्होंने कहा, “गांधीजी भी प्रकृति की पूजा करते थे, और बिश्नोई समाज भी प्रकृति की पूजा करता है। वह जानवरों की रक्षा कर रहे हैं, जो कि गांधीजी के सिद्धांतों का अनुसरण है।” इस बयान ने कई लोगों को आश्चर्यचकित किया है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई का नाम अक्सर आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा होता है।
मुजफ्फरनगर में सुरक्षा चिंता
साध्वी प्राची ने मुजफ्फरनगर में एक बड़ी घटना के संभावित खतरे के बारे में भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “मुजफ्फरनगर एक ऐसी स्थिति में है जहां किसी भी समय बड़ा उथल-पुथल हो सकता है। कुछ लोग इसे हिलाने की साजिश कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश इस समय बारूद के ढेर पर बैठा है।” उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस स्थिति को गंभीरता से ले और अपनी खुफिया एजेंसियों को त्वरित कार्रवाई के लिए सक्रिय करे।
UCC पर साध्वी प्राची की राय
साध्वी प्राची ने उत्तराखंड में लागू होने जा रहे यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड (UCC) के बारे में भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “मुझे यह सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है कि UCC उत्तराखंड में जल्द ही लागू होने वाला है। लोग इस परिवर्तन के लिए बहुत खुश हैं।” उनका मानना है कि UCC की जल्द से जल्द लागू होना बेहद आवश्यक है, जिससे समाज में समानता और न्याय की भावना मजबूत हो सके।
यूपी उपचुनाव पर साध्वी प्राची की भविष्यवाणी
यूपी में होने वाले उपचुनाव के संदर्भ में साध्वी प्राची ने कहा कि सभी 9 सीटें भाजपा को ही मिलेंगी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा, “क्या कहूं, वह तो समझने के परे हैं।” उनकी इस टिप्पणी ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है।
साध्वी प्राची का प्रभाव
साध्वी प्राची, जो अक्सर अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहती हैं, ने इस बार भी एक विवादास्पद बयान देकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। उनके विचारों का समर्थन और विरोध दोनों ही दिशाओं से मिल रहा है। यह कहना मुश्किल है कि उनका यह बयान क्या राजनीतिक लाभ देगा, लेकिन यह निश्चित है कि यह मुद्दा चर्चा में बना रहेगा।
साध्वी प्राची का बयान लॉरेंस बिश्नोई के प्रति समर्थन और गांधीवादी विचारधारा को लेकर एक नया विवाद पैदा कर सकता है। जहां एक ओर वह बिश्नोई के कार्यों को सही ठहराने की कोशिश कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर यह सवाल उठता है कि क्या ऐसे बयान सार्वजनिक सुरक्षा और सामाजिक सामंजस्य को प्रभावित कर सकते हैं। इस स्थिति पर नजर रखना आवश्यक होगा, खासकर जब मुजफ्फरनगर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की बात हो।
आगे की कार्रवाई
अब देखना यह है कि साध्वी प्राची के इस बयान पर सरकार और राजनीतिक दल क्या कदम उठाते हैं। क्या वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे या इसे केवल एक राजनीतिक बयान समझकर नजरअंदाज कर देंगे? यह भी देखना होगा कि बिश्नोई और उनके समर्थक इस स्थिति पर किस प्रकार की प्रतिक्रिया देते हैं।
सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से यह घटना महत्वपूर्ण है और आने वाले दिनों में इसके प्रभाव को समझना आवश्यक होगा। साध्वी प्राची की यह टिप्पणी न केवल लॉरेंस बिश्नोई की स्थिति को लेकर बल्कि गांधीवादी विचारधारा को लेकर भी एक नई बहस की शुरुआत कर सकती है।