National Competition: रामगढ़ताल बनेगा वाटर स्पोर्ट्स का हब, 20 राज्यों की टीमें रॉइंग चैंपियनशिप में भिड़ेंगी

National Competition: रामगढ़ताल बनेगा वाटर स्पोर्ट्स का हब, 20 राज्यों की टीमें रॉइंग चैंपियनशिप में भिड़ेंगी

National Competition: गोरखपुर का रामगढ़ताल, जो वर्षों से उपेक्षित था, अब योगी सरकार द्वारा किए गए पुनरुद्धार के बाद जल क्रीड़ा का एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। पिछले वर्ष खेले गए ‘खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स’ के तहत रॉइंग प्रतियोगिता की सफल मेजबानी के बाद अब यहां सब जूनियर राष्ट्रीय रॉइंग चैंपियनशिप का आयोजन होने जा रहा है।

चैंपियनशिप की प्रमुख जानकारी

यह चैंपियनशिप 22 से 26 अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी, जिसमें 22 अक्टूबर को रेस कोर्स का उद्घाटन होगा। 23 अक्टूबर से खिलाड़ियों के बीच मुकाबला शुरू होगा, जिसमें खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी उपस्थित रहेंगे। 26 अक्टूबर को चैंपियनशिप के समापन के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति रहेगी।

सब जूनियर राष्ट्रीय रॉइंग चैंपियनशिप में देश के 20 राज्यों की टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिनमें कुल 243 खिलाड़ी शामिल होंगे। इन खिलाड़ियों के साथ 43 कोच भी रहेंगे, जो उन्हें मार्गदर्शन देंगे। प्रतियोगिता के लिए गोरखपुर के विभिन्न होटलों और जल क्रीड़ा परिसर में खिलाड़ियों, कोचों, सहयोगी कर्मचारियों, न्यायाधीशों और मेहमानों के लिए 106 कमरे आरक्षित किए गए हैं।

रामगढ़ताल में तैयार किया गया है लेन कोर्स

प्रतियोगिता के लिए रामगढ़ताल में एक विशेष लेन कोर्स तैयार किया गया है। जल क्रीड़ा गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने रामगढ़ताल के पास एक विश्व स्तरीय जल क्रीड़ा परिसर का निर्माण कराया है। यह जल क्रीड़ा परिसर अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार है।

खेलो इंडिया गेम्स से बढ़ी संभावनाएं

पिछले साल मई में आयोजित खेले गए ‘खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स’ की रॉइंग प्रतियोगिता ने यह साबित कर दिया कि रामगढ़ताल जल क्रीड़ा के लिए एक उपयोगी और उपयुक्त स्थान है। इस आयोजन के बाद रामगढ़ताल में जल क्रीड़ा की संभावनाएं और अधिक बढ़ गईं।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दौरान देश भर की विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए खिलाड़ी, उनके कोच और भारतीय रॉइंग महासंघ के अधिकारियों ने भी यह माना कि रामगढ़ताल जल क्रीड़ा के लिए एक अद्वितीय स्थल है और इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाया जा सकता है।

National Competition: रामगढ़ताल बनेगा वाटर स्पोर्ट्स का हब, 20 राज्यों की टीमें रॉइंग चैंपियनशिप में भिड़ेंगी

जर्मनी से लाई गईं 20 रॉइंग बोट्स

चैंपियनशिप के बाद से ही रामगढ़ताल में 20 रॉइंग बोट्स जर्मनी से मंगवाई गई थीं, जिनके साथ यहां नियमित प्रशिक्षण भी जारी है। यह कदम जल क्रीड़ा को और बढ़ावा देने और इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।

गोरखपुर में जल क्रीड़ा का भविष्य

सब जूनियर राष्ट्रीय रॉइंग चैंपियनशिप की मेजबानी के बाद रामगढ़ताल में जल क्रीड़ा की संभावनाएं और भी व्यापक हो जाएंगी। इस आयोजन के माध्यम से न केवल स्थानीय खिलाड़ी बल्कि देशभर के युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी और उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की दिशा में बढ़ने का मौका मिलेगा।

उत्तर प्रदेश रॉइंग एसोसिएशन के सचिव सुदीप शर्मा का कहना है कि रामगढ़ताल में दूसरी बार राष्ट्रीय रॉइंग प्रतियोगिता का आयोजन होने से यह स्पष्ट हो गया है कि उत्तर भारत के इस हिस्से को जल क्रीड़ा के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।

योगी सरकार की पहल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में रामगढ़ताल का पुनरुद्धार एक महत्वपूर्ण कदम रहा है, जिसने गोरखपुर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जल क्रीड़ा के मानचित्र पर स्थान दिलाया है। रामगढ़ताल का यह रूपांतरण भविष्य में इसे देश का प्रमुख जल क्रीड़ा केंद्र बना देगा।

यूपी रॉइंग एसोसिएशन के सचिव सुदीप शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के द्वार भी अब गोरखपुर के लिए खुल गए हैं। रामगढ़ताल न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रमुख जल क्रीड़ा स्थल के रूप में विकसित हो रहा है।

रामगढ़ताल का महत्व

रामगढ़ताल, जो एक समय गोरखपुर का एक उपेक्षित तालाब था, अब जल क्रीड़ा गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। योगी सरकार द्वारा किए गए इस अद्वितीय पहल से रामगढ़ताल का कायाकल्प हो गया है।

चैंपियनशिप के आयोजन से गोरखपुर को न केवल एक खेल पर्यटन स्थल के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी यह एक प्रेरणास्रोत साबित हो रहा है।

गोरखपुर के स्थानीय व्यापारियों और होटल मालिकों ने भी इस आयोजन का स्वागत किया है। 106 कमरों का आरक्षण, होटल व्यवसाय को बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी समर्थन मिलेगा।

चैंपियनशिप की तैयारी और व्यवस्थाएं

चैंपियनशिप के लिए रामगढ़ताल के आसपास विशेष तैयारी की गई है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और पुलिस प्रशासन की निगरानी में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

खिलाड़ियों के लिए भोजन, आवास, और परिवहन की उच्च स्तर की व्यवस्थाएं की गई हैं। कोचों और अन्य अधिकारियों के लिए भी विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं ताकि वे अपने खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ तरीके से मार्गदर्शन कर सकें।

समापन समारोह में सीएम योगी की उपस्थिति

26 अक्टूबर को चैंपियनशिप का समापन समारोह होगा, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति न केवल इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाएगी, बल्कि यह भी संकेत देगी कि राज्य सरकार खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कितनी प्रतिबद्ध है।

भविष्य की योजनाएं

रामगढ़ताल के विकास के साथ-साथ योगी सरकार की यह योजना है कि गोरखपुर को एक स्थायी जल क्रीड़ा केंद्र के रूप में स्थापित किया जाए, जहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकें।

जल क्रीड़ा गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए रामगढ़ताल में और अधिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा, जिसमें और अधिक बोट्स, आधुनिक उपकरण, और विश्वस्तरीय कोचिंग सुविधाएं शामिल होंगी।

रामगढ़ताल में हो रही सब जूनियर राष्ट्रीय रॉइंग चैंपियनशिप से यह स्पष्ट हो गया है कि उत्तर प्रदेश जल क्रीड़ा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। योगी सरकार की पहल से रामगढ़ताल का कायाकल्प हुआ है और गोरखपुर में जल क्रीड़ा की नई संभावनाएं खुली हैं।

इस प्रकार, गोरखपुर का रामगढ़ताल अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों के लिए एक प्रमुख स्थल बन चुका है, और यह आयोजन भविष्य में और भी बड़े खेल आयोजनों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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