Lawrence Bishnoi का नाम आज भारत में सबसे चर्चित गैंगस्टरों में गिना जाता है। उनकी गतिविधियों ने पूरे देश में चर्चा का विषय बना दिया है, भले ही वह जेल में बंद हों। जेल में रहते हुए भी Lawrence Bishnoi अपनी गैंग के साथ लगातार संपर्क में रहते हैं। कहा जाता है कि उनके गैंग का नेटवर्क न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में फैला हुआ है, जहां कहीं भी भारतीय युवा रहते हैं। हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी बिश्नोई गैंग ने ली थी। इस बीच, Lawrence Bishnoi के एक करीबी रिश्तेदार ने उनके जीवन से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
Lawrence Bishnoi का असली नाम क्या है?
Lawrence Bishnoi का असली नाम बालकरण ब्रार है। उनका जन्म पंजाब के फाजिल्का जिले के फरीदकोट गांव में हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने नाम को बदलने का निर्णय स्कूली दिनों में ही कर लिया था। यह निर्णय उन्होंने अपनी बुआ के कहने पर लिया, जिन्होंने कहा था कि लॉरेंस नाम उनके व्यक्तित्व पर अच्छा लगेगा। इस प्रकार बालकरण ब्रार का नाम बदलकर Lawrence Bishnoi रख दिया गया, जो आज उन्हें एक खतरनाक गैंगस्टर के रूप में पहचान दिलाता है।
परिवार द्वारा हर साल खर्च किए जाते हैं 40 लाख रुपये
हाल ही में Lawrence Bishnoi के बड़े भाई, 50 वर्षीय रमेश बिश्नोई ने खुलासा किया कि उनका परिवार हर साल लॉरेंस की जेल में देखभाल और अन्य जरूरतों के लिए 35 से 40 लाख रुपये खर्च करता है। रमेश बिश्नोई ने एक साक्षात्कार में बताया कि उनके भाई की जरूरतों को पूरा करने में परिवार कोई कसर नहीं छोड़ता। चाहे वह जेल में हों या बाहर, उनका परिवार उन्हें महंगी सुविधाओं से वंचित नहीं होने देता।
रमेश ने बताया कि लॉरेंस हमेशा महंगे कपड़े और जूते पहनते थे, और यह आदत आज भी बनी हुई है। जेल में रहते हुए भी लॉरेंस की जरूरतों का खास ध्यान रखा जाता है। परिवार हर साल भारी राशि खर्च कर उनके लिए उचित सुविधाओं की व्यवस्था करता है, ताकि उनकी जिंदगी जेल में भी पहले जैसी रहे।
पिता थे हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल
रमेश बिश्नोई ने लॉरेंस के जीवन के शुरुआती दिनों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि लॉरेंस के पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे। लॉरेंस की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी में हुई थी। रमेश के अनुसार, उस समय कोई भी यह अंदाजा नहीं लगा सकता था कि लॉरेंस एक दिन इतना बड़ा गैंगस्टर बन जाएगा।
लॉरेंस का जीवन एक सामान्य छात्र की तरह था, लेकिन धीरे-धीरे वह अपराध की दुनिया की ओर आकर्षित हुआ। उनके परिवार ने उन्हें हमेशा एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन लॉरेंस ने एक अलग रास्ता चुना।
इन तीन हाई प्रोफाइल हत्याओं में जुड़ा है नाम
Lawrence Bishnoi का नाम तीन बड़ी हत्याओं से जोड़ा जाता है। सबसे पहले, साल 2022 में, बिश्नोई गैंग ने मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। यह हत्या पंजाब के मानसा गांव में हुई थी और इसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
दूसरी घटना कनाडा में हुई थी, जहां खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद Lawrence Bishnoi का नाम सामने आया। यह हत्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चित रही और Lawrence Bishnoi की गैंग पर इसकी जिम्मेदारी आई।
हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या भी बिश्नोई गैंग के खाते में दर्ज हो गई है। इस हत्या ने एक बार फिर से Lawrence Bishnoi और उनकी गैंग को चर्चा में ला दिया है।
सलमान खान को भी दी थी धमकी
Lawrence Bishnoi की धमकियों से सिर्फ राजनेता और अपराधी ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड भी अछूता नहीं रहा। साल 2018 में, Lawrence Bishnoi ने अभिनेता सलमान खान को काले हिरण शिकार मामले में जान से मारने की धमकी दी थी। बिश्नोई समुदाय के लोग काले हिरण को पवित्र मानते हैं, और इसी कारण से लॉरेंस ने सलमान खान को निशाना बनाया।
बिश्नोई गैंग ने यहां तक कहा कि अगर सलमान खान काले हिरण शिकार मामले में माफी नहीं मांगते हैं, तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस धमकी ने पूरे बॉलीवुड और सलमान खान के प्रशंसकों को हिला कर रख दिया था।
Lawrence Bishnoi का गैंग और उसकी शक्ति
Lawrence Bishnoi भले ही जेल में बंद हों, लेकिन उनके गैंग की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जेल में रहकर भी लॉरेंस लगातार अपने गैंग के संपर्क में रहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका गैंग भारत के साथ-साथ विदेशों में भी फैला हुआ है। जहां कहीं भी भारतीय युवा रहते हैं, वहां बिश्नोई गैंग का प्रभाव दिखाई देता है।
बिश्नोई गैंग की प्रमुख विशेषता यह है कि यह नेटवर्क बेहद संगठित है और इसके सदस्यों के बीच गहरी निष्ठा होती है। Lawrence Bishnoi अपने गैंग के माध्यम से न केवल अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाए हुए हैं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।