Bareilly Violence News: उत्तर प्रदेश के बहराइच के बाद, बरेली में भी दो समुदायों के बीच संघर्ष की एक घटना सामने आई है। शनिवार (19 अक्टूबर) को बरेली जिले में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। इस घटना के दौरान दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे पर भयंकर रूप से ईंटें और पत्थर फेंके। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और मामले में FIR दर्ज की।
घटना का विवरण
यह पूरी घटना बरेली के किला थाने क्षेत्र में स्थित शमसान भूमि गेट के वाल्मीकि मोहल्ले की है। यहाँ शराब पीने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। विवाद के बढ़ते ही दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे पर ईंटें और पत्थर फेंकने लगे। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग एक-दूसरे पर हमला करते हुए नजर आ रहे हैं।
पत्थरबाजी की सूचना पर पुलिस की कार्रवाई
पत्थरबाजी के कारण मुख्य सड़क पर यातायात बाधित हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को इस घटना की सूचना दी। जैसे ही पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत मौके पर पहुँचीं। लेकिन पुलिस के पहुँचने के बावजूद दोनों समुदायों के लोग पत्थरबाजी जारी रखते हैं।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और पत्थर फेंकने वालों को वहाँ से खदेड़ दिया। इस मामले में बकरगंज चौकी के प्रभारी प्रमोद कुमार ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी FIR दर्ज की है।
वरिष्ठ अधिकारियों की स्थिति
पुलिस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने का प्रयास किया है और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मौके पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने इस संघर्ष के कारणों की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
समुदायों के बीच तनाव
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस के अनुसार, फिलहाल मौके पर शांति बनी हुई है और कोई भी तनाव नहीं है। लेकिन घटनाक्रम ने स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल बना दिया है। पुलिस ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय और वाल्मीकि समुदाय के बीच यह संघर्ष शराब पीने के कारण हुआ था।
पुलिस की जांच
पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है, जिन्होंने पत्थरबाजी की। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे का कारण समझने के लिए सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
पुलिस ने कहा है कि वे समुदाय के नेताओं से भी बातचीत कर रहे हैं ताकि दोनों पक्षों के बीच विवाद को सुलझाया जा सके और शांति बनाए रखने के लिए सामुदायिक प्रयासों को बढ़ावा दिया जा सके।