Bomb Threats: हाल ही में भारत के हवाई परिवहन में बम की धमकियों का सिलसिला जारी है। शनिवार को, भारतीय एयरलाइनों के 30 से अधिक विमानों को बम की धमकी मिली, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। इन धमकियों के चलते हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।
धमकी मिलने वाले विमानों की सूची
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयर, विस्तारा, स्पाइसजेट, स्टार एयर और एलायंस एयर के विमानों को धमकी मिली है। इनमें से कुछ विमानों को आपात लैंडिंग करनी पड़ी। जिन उड़ानों को धमकी मिली, उनमें दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के लिए उड़ानें, जोधपुर से दिल्ली और विस्तारा की उड़ान शामिल हैं, जो उदयपुर से मुंबई जा रही थी।
जयपुर में आपात लैंडिंग
शुक्रवार को दुबई-जयपुर एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान ने सुबह जल्दी जयपुर हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग की। हालांकि, जांच में बम की धमकी सिर्फ अफवाह साबित हुई। विमान में कुल 189 यात्री सवार थे। इसी तरह, दिल्ली से लंदन जा रही विस्तारा की उड़ान को भी बम की धमकी मिली, जिसके बाद इसे फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया। अनिवार्य सुरक्षा जांच के बाद, विमान को लंदन भेजा गया।
बम की धमकी की जांच
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि 18 अक्टूबर को दिल्ली से लंदन जा रही उड़ान को सोशल मीडिया के जरिए बम की धमकी मिली। इसके बाद अधिकारियों को सूचित किया गया और सावधानी के तौर पर उड़ान को फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया।
एयरलाइनों का सुरक्षा प्रोटोकॉल
अकासा एयर ने शुक्रवार को एक बम की धमकी प्राप्त की। एयरलाइन ने बताया कि बेंगलुरु से मुंबई जा रही उड़ान (QP 1366) को यह धमकी मिली थी। इसके बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से उतरवाया गया और सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार जांच की गई। एयरलाइन ने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी भी मांगी।
इंडिगो की मुंबई से इस्तांबुल और दिल्ली से इस्तांबुल जाने वाली उड़ानों को धमकी मिली। इसके अलावा, जोधपुर से दिल्ली जाने वाली उड़ान को भी सुरक्षा अलर्ट मिला, जिसके बाद उसे दिल्ली में उतारा गया और जांच की गई। इसी तरह, विस्तारा एयरलाइंस की मुंबई से उदयपुर जाने वाली उड़ान को भी धमकी मिली, जिसके बाद विमान को मुंबई हवाई अड्डे पर उतरने के बाद पूरी तरह से जांच किया गया।
कुल धमकियों की संख्या
हाल ही में लगभग 40 विमानों को बम की धमकियां मिली हैं। हालांकि, जांच में सभी धमकियां झूठी साबित हुईं। लेकिन इन धमकियों के चलते उड़ानों को मोड़ना और रद्द करना पड़ा, जिससे यात्रियों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा।
सिविल एविएशन मंत्रालय की कार्रवाई
अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, बम की धमकी देने वाले व्यक्ति को नो-फ्लाई सूची में डाला जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो आरोपी फिर से किसी उड़ान में यात्रा नहीं कर सकेगा।
समाज पर प्रभाव
इन धमकियों के चलते न केवल यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि एयरलाइनों पर भी भारी दबाव बढ़ गया है। कई यात्रियों ने अपनी यात्रा योजनाओं को रद्द कर दिया है और सुरक्षा जांचों के कारण यात्रा में होने वाली देरी से चिंतित हैं।
इन घटनाओं ने यह सवाल उठाया है कि क्या भारत की सुरक्षा प्रणाली इन धमकियों का सही तरीके से सामना कर पा रही है। यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और इसके लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
तकनीकी और समर्पण की आवश्यकता
सुरक्षा एजेंसियों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाना और समर्पित कर्मियों की तैनाती करना आवश्यक है। बम की धमकियों की जड़ें गहरी हो सकती हैं, और उन्हें समाप्त करने के लिए ठोस और प्रभावी उपायों की आवश्यकता है।
भविष्य की रणनीतियाँ
इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और संबंधित एजेंसियों को एक ठोस योजना बनाने की आवश्यकता है। यात्रियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाना, ताकि वे धमकियों को तुरंत रिपोर्ट करें, एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। इसके अलावा, विमानन सुरक्षा प्रणाली को अपडेट करने और नई तकनीकों को शामिल करने की आवश्यकता है।