Uttar Pradesh के कानपुर-प्रयागराज हाइवे पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना ने तीन लोगों की जान ले ली। यह हादसा कलीयनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के बारौरी टोल प्लाजा के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, एक तेज रफ्तार बलेनो कार एक ट्रेलर के पीछे जा घुसी, जिससे कार में सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दुर्घटना में कार के ड्राइवर सहित तीन लोग मौके पर ही दम तोड़ गए।
बलेनो कार और ट्रेलर का हादसा
सुबह करीब 10 बजे जब यह दुर्घटना हुई, पुलिस ने बताया कि बलेनो कार की गति इतनी तेज थी कि इसके एअर बैग खुलने के बावजूद भी तीनों यात्रियों की जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर ड्राइवर को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पुलिस ने बताया कि मृतकों में 64 वर्षीय अभिनाश चंद्र दुबे शामिल हैं, जो कन्नौज जिले के यूसुफपुर के निवासी हैं और गोमती गर्ल्स इंटर कॉलेज में प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। उनके साथी 65 वर्षीय मनोज शुक्ला भी इस दुर्घटना में शामिल थे। फिलहाल, पुलिस ने ड्राइवर की पहचान अभी तक नहीं की है, लेकिन यह जानकारी मिली है कि वे प्रयागराज में किसी काम से जा रहे थे।
वहीं, ट्रेलर जो इस दुर्घटना का कारण बना, वह पत्थर लादे हुए खड़ा था, और इसकी वजह से यह हादसा हुआ।
देरापुर में बस के टकराने से हुई मौत
इसी दिन कानपुर देहात में एक और सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें एक बाइक सवार कारखाने के श्रमिक की निजी बस से टकराकर मौत हो गई। यह घटना कानपुर-इटावा हाईवे पर देरापुर भदपुरा मोड़ के पास हुई। इस दुर्घटना में मृतक की पहचान 26 वर्षीय विनय कुमार के रूप में हुई है, जो खिरवान गांव का निवासी था और कुम्भी की एक फैक्ट्री में काम करता था।
विनय बाइक पर घर लौट रहा था, तभी पीछे से आ रही एक निजी बस ने उसे टक्कर मार दी। घटना के बाद बस का चालक मौके से फरार हो गया। विनय की मौत से नाराज परिवार और गांव के लोगों ने इटावा की ओर जाने वाली एक लेन को जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई।
परिवार का गुस्सा और पुलिस का आश्वासन
घटना के तुरंत बाद, देरापुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिवार के लोग मानने को तैयार नहीं थे। उन्होंने कार्रवाई की मांग करते हुए सड़क को जाम कर दिया। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा और मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद, कुछ ही समय में स्थिति को नियंत्रित किया गया और सड़क से यातायात बहाल हुआ। देरापुर पुलिस थाने के प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामले में तहरीर दी जाएगी और बस की पहचान सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से की जाएगी।
सड़क सुरक्षा की स्थिति
ये घटनाएं उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल उठाती हैं। लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं न केवल लोगों की जान ले रही हैं, बल्कि समाज में भय और अनिश्चितता का माहौल भी पैदा कर रही हैं।
हाल के वर्षों में, सरकार ने सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, लेकिन फिर भी, सड़क पर यातायात की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। ट्रैफिक नियमों का पालन न करना, तेज गति, और लापरवाही से गाड़ी चलाना जैसे कारक अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
आवश्यकता है जागरूकता की
इन दुर्घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सड़क पर चलने के दौरान सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्हें यह समझना होगा कि सड़क पर उनकी लापरवाही किसी की जान ले सकती है। इसके अलावा, प्रशासन को भी चाहिए कि वह सड़क सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए और नियमों का सख्ती से पालन कराए।