Digital arrest: ठगों ने कहा, इस हिस्से पर है टैटू… पहचान के लिए दिखाओ निशान – और शुरू किया ब्लैकमेलिंग

Digital arrest: ठगों ने कहा, इस हिस्से पर है टैटू... पहचान के लिए दिखाओ निशान - और शुरू किया ब्लैकमेलिंग

Digital arrest: आजकल डिजिटल अपराध की दुनिया में ठगों की नई-नई तरकीबें सामने आ रही हैं। कई मामले सामने आए हैं जहां लोग डिजिटल गिरफ्तारी और झूठे मामलों की धमकी देकर धन की उगाही कर रहे हैं। लेकिन हाल ही में एक मामला ऐसा सामने आया है जिसने सभी सीमाओं को पार कर दिया है। यह मामला कॅन्ट एरिया से है, जहां एक छात्रा को सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा।

घटना का विवरण

मादन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय, गोरखपुर में पढ़ाई कर रही एक छात्रा जो नागालैंड के दीमापुर जिले की निवासी है, ने पुलिस को बताया कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। छात्रा ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि 10 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे उसे एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से बताया और कहा कि उसके खिलाफ बैंक लोन न चुकाने के मामले में कार्रवाई की जा रही है।

Digital arrest: ठगों ने कहा, इस हिस्से पर है टैटू... पहचान के लिए दिखाओ निशान - और शुरू किया ब्लैकमेलिंग

ठगी की शुरुआत

फोन करने वाले ने छात्रा से कहा कि उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इसके लिए उसे 38,000 रुपये की राशि जमा करनी होगी। पहले तो छात्रा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब ठग ने उसे डराना शुरू किया और कहा कि उसे तुरंत पैसे जमा करने होंगे, तो छात्रा घबरा गई। उस पर दबाव डालते हुए, ठग ने उससे कहा कि वह उसे एक वीडियो कॉल पर दिखाए, क्योंकि उसे उसके शरीर पर एक टैटू दिखाने की जरूरत है।

अभद्रता और ब्लैकमेलिंग

इस दौरान, ठग ने छात्रा को धमकी दी कि अगर वह सहयोग नहीं करेगी तो उसके खिलाफ मामले को और बढ़ाया जाएगा। छात्रा की स्थिति को समझते हुए, ठग ने उसे कहा कि उसे अपनी नग्न तस्वीर भेजनी होगी ताकि टैटू की पहचान की जा सके। इस भय के चलते, छात्रा ने अपनी नग्न तस्वीर भेज दी। बाद में उसी तस्वीर का उपयोग करके ठग ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

पुलिस में शिकायत

घटना के बाद, छात्रा ने खुद को बहुत ही असुरक्षित महसूस किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कॅन्ट पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि यह मामला न केवल धोखाधड़ी का है, बल्कि यह सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला भी है। इस प्रकार के अपराधी अपनी हरकतों से लोगों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं।

डिजिटल सुरक्षा का महत्व

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आज की डिजिटल दुनिया में सुरक्षा का कितना महत्व है। युवा पीढ़ी को डिजिटल प्लेटफार्मों पर सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्हें यह समझना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति से मिलने या बात करने से पहले उनकी पहचान की पुष्टि करना बेहद आवश्यक है। किसी भी तरह के व्यक्तिगत डेटा या तस्वीरें साझा करने से पहले एक बार सोचें।

जागरूकता और सुरक्षा उपाय

इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों पर ध्यान देना जरूरी है:

  1. सूचना की पुष्टि करें: अगर आपको किसी भी प्रकार का फोन आता है जिसमें आपके खिलाफ कोई शिकायत बताई जा रही हो, तो सबसे पहले इसकी पुष्टि करें। संबंधित बैंक या संस्था से संपर्क करें।
  2. प्राइवेसी सेटिंग्स: अपने सोशल मीडिया खातों की प्राइवेसी सेटिंग्स को सख्त बनाएं। सुनिश्चित करें कि आपकी व्यक्तिगत जानकारी केवल आपके मित्रों के साथ साझा की जाए।
  3. धोखाधड़ी की पहचान करें: किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश को नजरअंदाज करें। इसके बारे में तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।
  4. मनोबल बनाए रखें: अगर आप किसी समस्या में हैं, तो मानसिक दबाव में न आएं। किसी विश्वसनीय व्यक्ति या परिवार के सदस्य से मदद लें।

कानून की भूमिका

इस मामले में पुलिस की कार्रवाई महत्वपूर्ण है। पुलिस को ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अन्य लोगों को भी इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचाया जा सके। साथ ही, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि ऐसी घटनाओं के पीछे अपराधियों को सख्त सजा मिले।

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